बिराज बहू (बांग्ला उपन्यास) : शरतचंद्र चट्टोपाध्याय Part 1
बिराज बहू (बांग्ला उपन्यास) : शरतचंद्र चट्टोपाध्याय Part 1 1 हुगली जिले का सप्तग्राम-उसमें दो भाई नीलाम्बर व पीताम्बर रहते थे। नीलाम्बर मुर्दे जलाने, कीर्तन करने, ढोल बजाने और गांजे का दम भरने में बेजोड़ था। उसका कद लम्बा, बदन गोरा, बहुत ही चुस्त, फुर्तीला तथा ताकतवर था। दूसरों के उपकार के मामले में उसकी …