परिणीता (बांग्ला उपन्यास) : शरतचंद्र चट्टोपाध्याय
परिणीता (बांग्ला उपन्यास) : शरतचंद्र चट्टोपाध्याय 1 लक्ष्मण की छाती पर जब शक्ति-बाण लगा होगा, तो जरूर उनका चेहरा भयंकर दर्द से सिकुड़ गया होगा, लेकिन गुरुचरण का चेहरा शायद उससे भी ज्यादा विकृत और टूटा-फूटा नजर आया, जब अलस्सुबह अंतःपुर से यह खबर आई कि घर की गृहिणी ने अभी-अभी बिना किसी बाधा-विघ्न के, …