मन-माटी (उपन्यासिका) : असग़र वजाहत

मन-माटी (उपन्यासिका) : असग़र वजाहत

मन-माटी (उपन्यासिका) : असग़र वजाहत पते की बात सीधी-सच्ची होती है। उसे बताने के लिए न तो चतुराई की जरूरत पड़ती है और न सौ तरह के पापड़ बेलने पड़ते हैं। सीधी-सच्ची बात दिल को लगती है और अपना असर करती है। मैं यहां इन पन्नों में आपके सामने कुछ सच्ची बातें रखने जा रहा …

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मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 4

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 4

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 4 १८ कुछ दिन बाद चेम्पन का पागलपन उतर गया। लेकिन उसकी बुद्धि मन्द हो गई । कुछ वह बिलकुल मौन रहने लगा। उसका तौर-तरीका देखकर लगता था कि वह बिलकुल टूट गया है। उसका धन खत्म हो गया। उसके पास अब पैसा नहीं था …

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मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 3

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 3

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 3 १० चक्की की इच्छा थी कि शादी जरा धूम-धाम से की जाय। पड़ोसियों को भी एक अच्छे समारोह की आशा थी। चेम्पन के पास पैसा था। करुत्तम्मा उसको प्रथम पुत्री थी। ऐसी स्थिति में शादी धूम-धाम से होगी, ऐसी आशा करना स्वाभाविक ही था। …

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मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 2

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 2

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 2 ५ दूसरे दिन सुबह तीन बजे ही सब लोग घाट पर एकत्रित हुए। उस दिन चेम्पन की नाव को उतारना था। जब कोई नई नाव निकाली जाती है तब वह सब नावों के साथ एक ही साथ निकलती है। चक्की, करुत्तम्मा, पंचमी सब समुद्र …

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मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 1

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 1

मछुआरे (मलयालम उपन्यास) : तकषी शिवशंकर पिल्लै, अनुवादक-भारती विद्यार्थी Part 1 खण्ड : एक १ “बप्पा नाव और जाल खरीदने जा रहे हैं।” “तुम्हारा भाग्य।” करुत्तम्मा से कोई जवाब देते नहीं बना। लेकिन उसने तुरन्त परिस्थिति पर काबू पा लिया। उसने कहा, “रुपये काफी नहीं हैं। क्या उधार दे सकते हो ?” हाथ धोकर दिखाते …

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तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 3

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 3

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 3 9शहर में किसी को मालूम नहीं था कि आधे ज़ापोरोजी तातारों का पीछा करने जा चुके हैं। शहर की मीनारों से संतरियों ने इतना जरूर देखा था कि कुछ गाडि़यां जंगलों की तरफ़ ले जायी गयी हैं लेकिन यह समझा गया कि कज़ाक घात में बैठने की …

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तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 2

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 2

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 2 6अन्द्रेई अपने रोटियों के बोरे लादे उस पतली-सी कच्ची सुरंग के अंदर अंधेरे में टटोल-टटोलकर तातार औरत के पीछे चलने लगा।“जल्दी ही रास्ता दिखायी देने लगेगा,”राह दिखानेवाली ने कहा। “हम उस जगह के पास आ गये हैं जहां मैं अपना चिराग छोड़ गयी थी।”और सचमुच एक मद्विम-सा …

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तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 1

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 1

तारास बुल्बा (उपन्यास) : निकोलाई गोगोल Part 1 1“अच्छा, ज़रा घुमो तो, बेटा! अच्छे ख़ासे चिड़ीमार लगते हो तुम भी! यह क्या पादरियों के नीचे पहनने के लबादे जैसी पोशाक पहन रखी है तुमने? क्या अकादमी में सभी लोग ऐसे ही कपड़े पहनते हैं?”इन शब्दों से बूढ़े बुल्बा ने अपने दोनों बेटों का स्वागत किया …

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तिलिस्माती मुँदरी या कश्मीर के राजा की लड़की: श्रीधर पाठक

तिलिस्माती मुँदरी या कश्मीर के राजा की लड़की: श्रीधर पाठक

Contents1 नोट2 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय १3 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय २4 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ३5 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ४6 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ५7 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ६8 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ७9 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ८10 तिलिस्माती मुँदरी : अध्याय ९ तिलिस्माती मुँदरी या कश्मीर के राजा की लड़की: …

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झाँसी की रानी-लक्ष्मीबाई : वृंदावनलाल वर्मा (उपन्यास) Part 6

झाँसी की रानी-लक्ष्मीबाई : वृंदावनलाल वर्मा (उपन्यास) Part 6

झाँसी की रानी-लक्ष्मीबाई : वृंदावनलाल वर्मा (उपन्यास) Part 6 27 एलिस का भेजा हुआ राजा गंगाधरराव का १९ नवंबर का खरीता और उनके देहांत का समाचार मालकम के पास जैसे ही कैथा पहुँचा, उसने गवर्नर जनरल को अपनी चिट्ठी अविलंब (२५ नवंबर के दिन) भेज दी। चिट्ठी के साथ एलिस का भेजा हुआ खरीता और …

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