भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो- अदम गोंडवी
भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो- अदम गोंडवी भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो या अदब को मुफ़लिसों की अंजुमन तक ले चलो जो ग़ज़ल माशूक के जल्वों से वाक़िफ़ हो गयी उसको अब बेवा के माथे की शिकन तक ले चलो मुझको नज़्मो-ज़ब्त की तालीम देना बाद में पहले अपनी रहबरी …