साइकिल- अनन्त मिश्र
साइकिल धूप में खड़ी है साइकिल धूप में खड़ी रहेगी साइकिल धूप से बच नहीं सकती साइकिल । साइकिल खुद से चल कर छाँव में नहीं आ सकती गो, वह ज्यादा चलती है चलकर ही आ खड़ी है पर धूप में पड़ी है साइकिल । सड़क पर देखो कितनी तेजी से भाग रही है साइकिल …