काजर की कोठरी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री part 2
काजर की कोठरी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री part 2 काजर की कोठरी : खंड-6 पारसनाथ अपने चाचा के हाल-चाल बराबर लिया करता था। उसने अपने ढंग पर कई ऐसे आदमी मुकर्रर कर रखे थे जो कि लालसिंह का रत्ती-रत्ती हाल उसके कानों तक पहुँचाया करते और जैसा कि प्रायः कुपात्रों के संगी-साथी किया करते हैं …