कटोरा भर खून (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 2
कटोरा भर खून (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 2 कटोरा भर खून : खंड-8 घटाटोप अंधेरी छाई हुई है, रात आधी से ज्यादा जा चुकी है, बादल गरज रहे हैं, बिजली चमक रही है, मूसलाधार पानी बरस रहा है, सड़क पर बित्ता-बित्ता-भर पानी चढ़ गया है, राह में कोई मुसाफिर चलता हुआ नहीं दिखाई देता। …