कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 3

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 3

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 3 सत्ताईसवां बयान थोड़ी ही दूर जाने पर रनबीरसिंह को मालूम हो गया कि वे सब लोग भी उसी तरफ जा रहे हैं जिधर बालेसिंह गया है या जिधर से जानेवाले थे। यद्यपि रात का समय था मगर आगे-आगे मशाल की रोशनी रहने के कारण रनबीरसिंह ने उन …

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कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 2

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 2

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 2 सोलहवां बयान कालिंदी को पाकर जसवंत बहुत खुश हुआ। सबसे ज्यादे खुशी तो उसे इस बात की हुई कि उसने सोचा कि कालिंदी की सलाह और तरकीब से इस किले को फतह करके कुसुम कुमारी और रनबीर दोनों से समझूंगा। कालिंदी को अपने खेमे में छोड़ पहरेवालों …

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कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 1

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 1

कुसुम कुमारी (उपन्यास) : देवकीनन्दन खत्री Part 1 पहला बयान ठीक दोपहर का वक्त और गर्मी का दिन है। सूर्य अपनी पूरी किरणों का मजा दिखा रहे हैं। सुनसान मैदान में दो आदमी खूबसूरत और तेज घोड़ों पर सवार साये की तलाश और ठंडी जगह की खोज में इधर-उधर देखते घोड़ा फेंके चले जा रहे …

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