तितली (उपन्यास) चतुर्थ खंड : जयशंकर प्रसाद
तितली (उपन्यास) चतुर्थ खंड : जयशंकर प्रसाद 1 मधुबन और रामदीन दोनों ही, उस गार्ड की दया से, लोको ऑफिस में कोयला ढोने की नौकरी पा गए। हबड़ा के जनाकीर्ण स्थान में उन दोनों ने अपने को ऐसा छिपा लिया, जैसे मधु-मक्खियों के छत्ते में कोई मक्खी। उन्हें यहाँ कौन पहचान सकता था। सारा शरीर …