खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 3

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 3

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 3 तेहरवाँ परिच्छेद : दो सज्जन उस बदजात थानेदार के जाने पर वे दोनों चौकीदार मुझसे बातचीत करने लगे। वे दोनों बेचारे बड़े भले आदमी थे। उनमें से एक ( दियानत हुसैन ) तो मुसलमान थे और दूसरे (रामदयाल) ब्राह्मण। बातों ही बातों में उन …

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खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 2

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 2

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 2 सातवाँ परिच्छेद : हितोपदेश माता मित्रं पिता चेति स्वभावात् त्रितयं हितम्। कार्यकारणतश्चान्ये भवन्ति हितबुद्धयः॥ (हितोपदेशे) यों कहकर भाईजी फिर मुझसे बोले,–“ दुलारी, अब तुम अपना बयान मेरे आगे कह जाओ; पर इतना तुम ध्यान रखना कि इस समय जो कुछ तुम कहो, उसे खूब …

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खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 1

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी

खूनी औरत का सात खून : किशोरी लाल गोस्वामी Part 1 प्रथम परिच्छेद : घोर विपत्ति “आकाशमुत्पततु गच्छतु वा दिगन्त- मम्बोनिधिं विशतु तिष्ठतु वा यथेच्छम्॥ जन्मान्तरा S र्जितशुभाSशुभकृन्नराणां, छायेव न त्यजति कर्मफलाSनुबन्धः॥“ (नीतिमंजरी) दुलारी मेरा नाम है और सात-सात खून करने के अपराध में इस समय में जेलखाने में पड़ी-पड़ी सड़ रही हूं। मैं जाति …

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