प्रतिज्ञा (उपन्यास) : मुंशी प्रेमचंद (अध्याय 10- अध्याय 17 )
प्रतिज्ञा (उपन्यास) : मुंशी प्रेमचंद (अध्याय 10- अध्याय 17 ) प्रतिज्ञा अध्याय 10 आदर्श हिंदू-बालिका की भाँति प्रेमा पति के घर आ कर पति की हो गई थी। अब अमृतराय उसके लिए केवल एक स्वप्न की भाँति थे, जो उसने कभी देखा था। वह गृह-कार्य में बड़ी कुशल थी। सारा दिन घर का कोई-न-कोई काम …