आँख की किरकिरी (उपन्यास-चोखेर बाली) : रवींद्रनाथ टैगोर-अनुवाद : ( हंसकुमार तिवारी ) Part 4
आँख की किरकिरी (उपन्यास-चोखेर बाली) : रवींद्रनाथ टैगोर-अनुवाद : ( हंसकुमार तिवारी ) Part 4 आँख की किरकिरी (उपन्यास-चोखेर बाली) : चौथा भाग 37 रात के अँधेरे में बिहारी कभी अकेले ध्यान नहीं लगाता। अपने लिए अपने को उसने कभी भी आलोच्य नहीं बनाया। वह पढ़ाई-लिखाई, काम-काज, हित-मित्रों में ही मशगूल रहता। अपने बजाय अपने …