अदल-बदल (उपन्यास) : आचार्य चतुरसेन शास्त्री Part 2

अदल-बदल (उपन्यास) : आचार्य चतुरसेन शास्त्री Part 2

अदल-बदल (उपन्यास) : आचार्य चतुरसेन शास्त्री Part 2 ८ : अदल-बदल डाक्टर कृष्णगोपाल ने श्रीमती मायादेवी का ठीक-ठीक इलाज कर दिया। उनका प्रतिदिन डिस्पेन्सरी में आना, यथेष्ट समय तक वहां ठहरना, गपशप उड़ाना, ठहाके लगाना, बालिका की आंखों में धूल झोंकना, सब कुछ हुआ। मायादेवी की धृष्टता और साहस बहुत बढ़ गया। डाक्टर से, प्रथम …

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अदल-बदल (उपन्यास) : आचार्य चतुरसेन शास्त्री Part 1

१ : अदल-बदल

अदल-बदल (उपन्यास) : आचार्य चतुरसेन शास्त्री Part 1 १ : अदल-बदल माया भरी बैठी थी। मास्टर हरप्रसाद ने ज्योंही घर में कदम रखा, उसने विषदृष्टि से पति को देखकर तीखे स्वर में कहा—‘यह अब तुम्हारे आने का समय हुआ है? इतना कह दिया था कि आज मेरा जन्मदिन है, चार मिलने वालियां आएंगी, बहुत कुछ …

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