- नदिया- अनिता सुधीर आख्या
- नभ – अनिता सुधीर आख्या
- महापर्व शिवरात्रि – अनिता सुधीर आख्या
- प्रदूषण– अनिता सुधीर आख्या
- उत्तर प्रदेश की नदी- अनिता सुधीर आख्या
- नदी (उल्लाला छंद)- अनिता सुधीर आख्या
- नवगीत : हिंदी- अनिता सुधीर आख्या
- स्वर्ण विहग के घाव- अनिता सुधीर आख्या
- साइकिल- अनन्त मिश्र
- होली बीत गई- अनन्त मिश्र
- हमारे समय में- अनन्त मिश्र
- मकान – अनन्त मिश्र
- बूढ़ा देश- अनन्त मिश्र
- चुप रहने दो मुझे- अनन्त मिश्र
- कृपया धीरे चलिए- अनन्त मिश्र
- उपदेश बरक्स चुप्पी- अनन्त मिश्र
- आदमी और बाकी सब – अनन्त मिश्र
- असफलता – अनन्त मिश्र
- अखबारी आदमी – अनन्त मिश्र
- पहले और अब- अनन्त मिश्र
- पहले धीरे धीरे बाद में जल्दी-जल्दी- अनन्त मिश्र
- जीवन का गान- अनन्त मिश्र
- मेरा पता- अनन्त मिश्र
- मैं कविता लिखता हूँ- अनन्त मिश्र
- एक शब्द उठाता हूँ – अनन्त मिश्र
- सभ्यता ‘साधू’ के ठेंगे पर -अनन्त मिश्र
- निरुत्तर है कविता- अनन्त मिश्र
- मैं चमारों की गली में ले चलूंगा आपको -अदम गोंडवी
- उनका दावा, मुफ़लिसी का मोर्चा सर हो गया -अदम गोंडवी
- जो उलझ कर रह गई फाइलों के जाल में -अदम गोंडवी
- जुल्फ – अंगडाई – तबस्सुम – चाँद – आईना -गुलाब -अदम गोंडवी
- सौ में सत्तर आदमी फ़िलहाल जब नाशाद है -अदम गोंडवी
- भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो -अदम गोंडवी
- ग़ज़ल को ले चलो अब गाँव के दिलकश नज़ारों में -अदम गोंडवी
- वेद में जिनका हवाला हाशिए पर भी नहीं -अदम गोंडवी
- आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे-अदम गोंडवी
- घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर ख़ाली पतीली है -अदम गोंडवी
- जो ‘डलहौजी’ न कर पाया वो ये हुक्काम कर देंगे -अदम गोंडवी
- मुक्तिकामी चेतना, अभ्यर्थना इतिहास की -अदम गोंडवी
- जिस्म क्या है, रुह तक सब कुछ खुलासा देखिए -अदम गोंडवी
- ये समझते हैं, खिले हैं तो फिर बिखरना है -अदम गोंडवी
- ‘अदम’ सुकून में जब कायनात होती है -अदम गोंडवी
- -टी०वी० से अख़बार तक ग़र सेक्स की बौछार हो -अदम गोंडवी
- ये अमीरों से हमारी फ़ैसलाकुन जंग थी- अदम गोंडवी
- हीरामन बेज़ार है उफ़्! किस कदर महँगाई से- अदम गोंडवी
- ये दुखड़ा रो रहे थे आज पंडित जी शिवाले में- अदम गोंडवी
- जिसके सम्मोहन में पाग़ल, धरती है, आकाश भी है- अदम गोंडवी
- विकट बाढ़ की करुण कहानी नदियों का संन्यास लिखा है- अदम गोंडवी
- ये महाभारत है जिसके पात्र सारे आ गए- अदम गोंडवी
- मानवता का दर्द लिखेंगे, माटी की बू-बास लिखेंगे- अदम गोंडवी
- वह सिपाही थे न सौदागर थे न मजदूर थे- अदम गोंडवी
- मैंने अदब से हाथ उठाया सलाम को- अदम गोंडवी
- बज़ाहिर प्यार को दुनिया में जो नाकाम होता है- अदम गोंडवी
- भुखमरी की ज़द में है या दार के साये में है- अदम गोंडवी
- आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे- अदम गोंडवी
- जो ‘डलहौजी’ न कर पाया वो ये हुक्काम कर देंगे- अदम गोंडवी
- ये अमीरों से हमारी फ़ैसलाकुन जंग थी- अदम गोंडवी
- जिस्म क्या है, रुह तक सब कुछ खुलासा देखिए- अदम गोंडवी
- काजू भुने पलेट में, विस्की गिलास में- अदम गोंडवी
- जो उलझ कर रह गई फाइलों के जाल में- अदम गोंडवी
- भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो- अदम गोंडवी
- किसको उम्मीद थी जब रौशनी जवां होगी- अदम गोंडवी
- ग़ज़ल को ले चलो अब गाँव के दिलकश नज़ारों में- अदम गोंडवी
- घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर ख़ाली पतीली है- अदम गोंडवी
- बेचता यूँ ही नहीं है आदमी ईमान को- अदम गोंडवी
- हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये- अदम गोंडवी
- गर चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे- अदम गोंडवी
- आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है ज़िन्दगी- अदम गोंडवी
- वैभव के अमिट चरण-चिह्न-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- कवि आज सुना वह गान रे-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- धन्य तू विनोबा !-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- स्वाधीनता के साधना पीठ-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- न दैन्यं न पलायनम्-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- मैंने जन्म नहीं मांगा था!-न दैन्यं न पलायनम्-(हिन्दी कविता)-अटल बिहारी वाजपेयी
- जीवन परिचय: अटल बिहारी वाजपेयी
- सपना टूट गया- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- आओ! मर्दो नामर्द बनो- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- जंग न होने देंगे- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- देखो हम बढ़ते ही जाते- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- मनाली मत जइयो- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- अपने ही मन से कुछ बोलें- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- बबली की दिवाली- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- अंतरद्वंद्व- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- बुलाती तुम्हें मनाली- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- रोते रोते रात सो गई- विविध के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- पड़ोसी से-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- कदम मिलाकर चलना होगा-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- पुनः चमकेगा दिनकर-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- जीवन की ढलने लगी साँझ-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- एक बरस बीत गया-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- आए जिस-जिस की हिम्मत हो-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- कण्ठ-कण्ठ में एक राग है-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- मातृपूजा प्रतिबंधित-चुनौती के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- सत्ता-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- अमर है गणतंत्र-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- उनकी याद करें-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- गगन मे लहरता है भगवा हमारा-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- कोटि चरण बढ़ रहे ध्येय की ओर निरन्तर-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- जम्मू की पुकार-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- आज सिन्धु में ज्वार उठा है-राष्ट्रीयता के स्वर-(हिन्दी कविता)-मेरी इक्यावन कविताएँ – अटल बिहारी वाजपेयी