अहंकार (थायस : अनातोल फ्रांस) : अनुवादक प्रेमचंद

अहंकार (थायस : अनातोल फ्रांस) : अनुवादक प्रेमचंद

अहंकार (थायस : अनातोल फ्रांस) : अनुवादक प्रेमचंद अहंकार : भूमिका योरप में फ्रांस का सरस साहित्य सर्वोत्तम है। फ्रेंच साहित्य में अनातोल फ्रांस का नाम अगर सर्वोच्च नहीं तो किसी से कम भी नहीं, और ‘थायस’ उन्हीं महोदय की एक अद्भुत रचना है – हाँ, ऐसी विलक्षण साहित्यिक कृति को अद्भुत ही कहना उपयुक्त …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 12 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 12 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 12 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 106 आजाद सुरैया बेगम की तलाश में निकले तो क्या देखते हैं कि एक बाग में कुछ लोग एक रईस की सोहबत में बैठे गपें उड़ा रहे हैं। आजाद ने समझा, शायद इन लोगों से सुरैया बेगम के …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 11 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 11 – प्रेमचंद

आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 101 आजाद पाशा को इस्कंदरिया में कई दिन रहना पड़ा। हैजे की वजह से जहाजों का आना-जाना बंद था। एक दिन उन्होंने खोजी से कहा – भाई, अब तो यहाँ से रिहाई पाना मुश्किल है। खोजी – खुदा का शुक्र करो कि बचके चले आए, इतनी जल्दी क्या है? …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 10 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 10 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 10 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 91 जब रात को सब लो खा-पी कर लेटे, तो नवाब साहब ने दोनों बंगालियों को बुलाया और बोले – खुदा ने आप दोनों साहबों को बहुत बचाया, वरना शेरनी खा जाती। बोस – हम डरता नहीं थ, …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 9 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 9 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 9 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 81 एक दिन दो घड़ी दिन रहे चारों परियाँ बनाव-चुनाव हँस-खेल रही थीं। सिपहआरा का दुपट्टा हवा के झोंकों से उड़ा जाता था। जहाँनारा मोतिये के इत्र में बसी थीं। गेतीआरा का स्याह रेशमी दुपट्टा खूब खिल रहा …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 8 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 8 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 8 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 71 आजाद तो साइबेरिया की तरफ रवाना हुए, इधर खोजी ने दरख्त पर बैठे-बैठे अफीम की डिबिया निकाली। वहाँ पानी कहाँ? एक आदमी दरख्त के नीचे बैठा था। आपने उससे कहा – भाईजान, जरा पानी पिला दो। उसने …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 7 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 7 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 7 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 2 – खंड 60 मियाँ शहसवार का दिल दुनिया से तो गिर गया था, मगर जोगिन की उठती जवानी देख कर धुन समाई कि इसको निकाह में लावें। उधर जोगिन ने ठान ली थी कि उम्र भर शादी न करूँगी। जिसके …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 6 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 6 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 6 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 1 – खंड 51 कई दिन तक तो जहाज खैरियत से चला गया, लेकिन पेरिस के करीब पहुँचकर जहाज के कप्तान ने सबको इत्तिला दी कि एक घंटे में बड़ी सख्त आँधी आनेवाली है। यह खबर सुनते ही सबके होश-हवास गायब …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 5 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 5 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 5 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 1 – खंड 41 हुस्नआरा मीठी नींद सो रही थी। ख्वाब में क्या देखती है कि एक बूढ़े मियाँ सब्ज कपड़े पहने उसके करीब आ कर खड़े हुए और एक किताब दे कर फरमाया कि इसे लो और इसमें फाल देखो। …

Read more

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 4 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 4 – प्रेमचंद

आजाद-कथा (उपन्यास) : रतननाथ सरशार – अनुवादक Part 4 – प्रेमचंद आजाद-कथा : भाग 1 – खंड 31 एक दिन पिछले पहर से खटमलों ने मियाँ खोजी के नाक में दम कर दिया। दिन भर का खून जोंक की तरह पी गए। हजरत बहुत ही झल्लाए। चीख उठे, लाना करौली, अभी सबका खून चूस लूँ। …

Read more